महंगाई उफ़ ये महंगाई और महंगाई की मार। घर में आदमी चार खर्चे हज़ार और कमाने वाले में जिम्मेदारियों की मार। माँ बाप की दवाई , बच्चो की पढ़ाई , घर में तंगी की वजह से लड़ाई।
शायद ये लाइन आज के हर मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास घर परिवार पर लागू होती है। घर में कमाने वाला एक आदमी होता है , इनकम मामुली पर खर्चे हर साल और समय के साथ बढ़ते रहते है चाहे बच्चे के पढाई के नाम पर तो चाहे शादी के नाम पर या घर के किसी सदस्य की बीमारी के नाम पर।
खर्चे बढ़ने के साथ इंसान की अपनी भी कुछ इच्छा और शौक होते है जिन्हे वो इस जिंदगी की गधा मजदूरी से तो कभी पूरी कर नहीं पाता। अच्छा अपना घर , अच्छे कपडे , मोबाइल्स , गाड़िया इत्यादि।
तो अब करे क्या ? उत्तर है निवेश।
1. मूल्य वृद्धि: इस रणनीति में, निवेशक उन संपत्तियों को खरीदते हैं जिनकी कीमत समय के साथ बढ़ने की उम्मीद है। इसमें शेयर, रियल एस्टेट, या संग्रहणीय वस्तुएं शामिल हो सकती हैं। यदि निवेशक का अनुमान सही होता है, तो वे लाभ कमाते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप ₹100 में एक शेयर खरीदते हैं और कुछ साल बाद उसकी कीमत ₹150 हो जाती है, तो आपने ₹50 का लाभ कमाया है।
2. आय उत्पन्न करना: इस रणनीति में, निवेशक ऐसी संपत्तियों में निवेश करते हैं जो नियमित आय प्रदान करती हैं। इसमें बचत खाते, निश्चित जमा, डिबेंचर, या किराए पर दी गई संपत्ति शामिल हो सकती हैं। यह रणनीति उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो नियमित आय की तलाश में हैं, जैसे कि सेवानिवृत्त व्यक्ति या जिनके पास आय के अनिश्चित स्रोत हैं।
निवेश के कई फायदे हैं:
हालांकि, निवेश में कुछ जोखिम भी शामिल होते हैं:
निवेश शुरू करने से पहले, अपनी जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों का आकलन करना महत्वपूर्ण है। आपको विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्पों पर भी शोध करना चाहिए और अपनी आवश्यकताओं के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प चुनना चाहिए।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि निवेश एक दीर्घकालिक रणनीति है। धैर्य रखें और नियमित रूप से निवेश करते रहें, भले ही बाजार में उतार-चढ़ाव हो। समय के साथ, निवेश आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने और वित्तीय रूप से सुरक्षित भविष्य बनाने में मदद कर सकता है।
अगले ब्लॉग में निवेश के विभिन्न तरीको को पढ़ेंगे।