Loading...
Mon - Sat 8:00 - 6:30, Sunday - CLOSED
support@shriramajyotishpeeth.in
May 24, 2024

ज़िंदगी की दौड़ में फंस गए हैं? अवचेतन मन को हराकर आर्थिक आज़ादी पाएँ

 

  ज़िंदगी की दौड़ में फंस गए हैं? अवचेतन मन को           हराकर आर्थिक आज़ादी पाएँ 

     कहानी एक आम आदमी की (Kahani Ek Aam Aadmi Ki):

अमित, एक मेहनती पेशेवर, अक्सर पैसों को लेकर परेशान रहता था. तनख्वाह आते ही, वो किसी अदृश्य छेद में खो जाती थी. बचपन में सुनी बातें, “पैसा आता है और चला जाता है” उसके अवचेतन मन  में घर कर चुकी थीं. जितना कमाता, उतना खर्च कर देता. मन में ये ख्वाहिश तो थी कि अच्छा खाना, घूमना फिरना, लेकिन डर भी साथ चलता था कि कहीं पैसा खत्म न हो जाए.

Power of Mind

आप भी अमित जैसे हैं? :

शायद आप भी अमित की ही तरह जद्दोजहद कर रहे हैं. आप चाहे जितनी मेहनत कर लें, पैसा टिकता नहीं. वित्तीय सुरक्षा  का सपना अधूरा रह जाता है. इसका कारण हमारा अवचेतन मन हो सकता है. ये बचपन के संस्कारों और अनुभवों से भरा होता है, जो अक्सर हमारी वित्तीय आदतों को प्रभावित करते हैं.

कहानी का अंत (Kahani ka अंत – End of Story):

कुछ समय बाद, अमित एक बदला हुआ इंसान बन गया. हर महीने वह अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा बचत करने लगा. उसने स्मार्ट इन्वेस्टमेंट (Smart Investment) करना सीखा. धीरे-धीरे उसका बैंक बैलेंस बढ़ने लगा. अब वह घूमने भी जाता था, मनचाहा खाता भी था, लेकिन पहले जैसा डर नहीं था. उसने पाया कि पैसा एक साधन है, जिसे सही तरीके से इस्तेमाल करने से सुखी जीवन मिल सकता है.

घबराएँ नहीं, बदलाव संभव है! (Lekin ghabraen nahi, badlav sambhav hai!)

आप अपने अवचेतन मन को फिर से प्रोग्राम कर सकते हैं और आर्थिक आज़ादी (Arthik Azadi) की राह पर चल सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे:

  • खुद से सकारात्मक बातें करें (Khud se sankaratmak baatein karen): हर रोज़ खुद से कहें, “मैं पैसा कमाने में सक्षम हूँ” या “मैं धन को आकर्षित करता हूँ.” बार-बार दोहराने से आपका अवचेतन इन्हें सच मानने लगेगा.
  • सपनों को आँखों में देखें (Sapno ko aankhon mein dekhen): अपने आप को आलीशान घर में रहते हुए, खूबसूरत जगहों पर घूमते हुए देखें. जितना ज्वलंत आप कल्पना करेंगे, उतना ही आपका अवचेतन मन उसे पाने के लिए प्रेरित होगा.
  • कृतज्ञता जताएँ (Kritagyata jataen): अपने पास जो कुछ है, उसके लिए शुक्रगुज़ार रहें. धन के प्रति कृतज्ञता का भाव रखने से आप धन को आकर्षित करने लगेंगे.

ये बीज हैं, जिन्हें सींचने की ज़रूरत है (Yeh beej hain, jinhein sinchne ki zaroorat hai):

अवचेतन मन को बदलना आसान नहीं, लेकिन निरंतर प्रयास से संभव है. ये बीज हैं, जिन्हें आपको हर रोज़ सींचना होगा. धीरे-धीरे आप पाएंगे कि आपके वित्तीय फैसले बदल रहे हैं. आप कम खर्च करने और ज़्यादा बचत करने लगे हैं. भविष्य की सुरक्षा का डर कम हो रहा है और आर्थिक आज़ादी की राह आपके कदमों को चूम रही है.

अमीर बनने का गुप्त हथियार: अपना अवचेतन मन जगाओ! (Amir banne ka gupt hathiyar: Apna Avchetan Mann Jagaao! – The Secret Weapon to Wealth: Awaken Your Subconscious Mind!)

आप शॉपिंग मॉल में घूम रहे हैं (Aap shopping mall mein ghoom rahe hain)…

चमचमाते कपड़े, लजीज खाने की खुशबू… मन में खरीदारी की तीव्र इच्छा होने लगती है, लेकिन पिछले महीने के क्रेडिट कार्ड बिल का डर भी सताता है. अचानक आपको अमित की कहानी याद आती है. आप गहरी सांस लेते हैं और अपने आप से कहते हैं, “मेरे पास पहले से ही बहुत कुछ है, जिसके लिए मैं आभारी हूं. मैं अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम हूं.” आप उस डिज़ाइनर जैकेट को वापस रैक पर रख देते हैं, इसके बजाय, आप उसी शॉपिंग मॉल में एक निःशुल्क वित्तीय नियोजन (Nishulk Vittiya Niyojan) सेशन के लिए रजिस्टर कर लेते हैं.

यह है अवचेतन मन को जगाने की ताकत (Yeh hai avchetan mann ko jagane ki takat)!

अवचेतन मन आदतों का निर्माण करता है. अगर आप हर बार खरीदारी के लालच में पड़ जाते हैं, तो आपका अवचेतन मन इसे आदत समझ लेगा. लेकिन अगर आप सचेत प्रयास करते हैं, जैसे ऊपर बताए गए उदाहरण में, तो आप धीरे-धीरे अपने अवचेतन मन को रिप्रोग्राम कर सकते हैं.

आइए, कुछ और व्यावहारिक उदाहरण देखें (Aaiye, kuch aur vyavharik udaharan dekhen – Let’s see some more practical examples):

  • हर सुबह उठते ही 5 मिनट के लिए सकारात्मक वित्तीय पुष्टि (5 minute ke liye sankaratmak vittiya pushti) दोहराएं (dहराएं – doहराएं means repeat): “मैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन कमाने में सक्षम हूं” या “मैं धनवान बनने के योग्य हूं.”
  • अपने बैंक खाते में आने वाली हर कमाई का 10% बचत के लिए अलग सेट कर दें (alag set kar dein): इसे आप “भविष्य निधि” (Bhavishya Nidhi) का नाम दे सकते हैं. आप देखेंगे कि आप धीरे-धीरे बचत करने के लिए अभ्यस्त हो जाएंगे.
  • अपने खर्चों पर नज़र रखें (Apne kharcho par nazar rakhen): हर महीने अपने खर्चों का लेखा-जोखा रखें. इससे आपको पता चलेगा कि आपका पैसा कहाँ जा रहा है और आप अनावश्यक खर्चों में कटौती कर सकते हैं.
  • अपने सपनों का विज़न बोर्ड (Vision Board) बनाएं: अपने वित्तीय लक्ष्यों को दर्शाती तस्वीरें और शब्द इकट्ठा करें और उन्हें एक बोर्ड पर लगाएं. रोजाना इसे देखें और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करें.

याद रखें, परिवर्तन रातोंरात नहीं होता (Yad rakhen, parivartan raaton raat nahi hota):

अपने अवचेतन मन को बदलने में समय और निरंतर प्रयास लगता है. लेकिन हर छोटा कदम आपको वित्तीय आज़ादी के करीब ले जाता है. तो देर किस बात की? आज ही अपने अवचेतन मन को जगाइए और देखें कि आप कितनी दूर तक जा सकते हैं!

क्या आप कभी इस जद्दोजहद में फंसे रहते हैं कि आप कितनी भी मेहनत कर लें, पैसा आपके हाथ में नहीं टिकता? क्या वित्तीय सुरक्षा पाने की तीव्र इच्छा के बावजूद आप वही पुराने खर्च करने के पैटर्न में फंसे रहते हैं? इसका कारण आपका अवचेतन मन (Avchetan Mann) हो सकता है। हमारा अवचेतन मन बचपन के अनुभवों, सीखों और धारणाओं से गहराई से प्रभावित होता है, जो अक्सर हमारी वित्तीय आदतों और निर्णयों को प्रभावित करते हैं।

यह लेख आपको बताएगा कि कैसे आप अपने अवचेतन मन को पुनर्प्रोग्रामित कर सकते हैं और वित्तीय स्वतंत्रता की राह पर चल सकते हैं।

Power of Mind

अवचेतन मन और वित्तीय सफलता (Avchetan Mann aur Vittiya Safalta):

हमारा अवचेतन मन शक्तिशाली होता है। यह आदतों, विश्वासों और भावनाओं को नियंत्रित करता है जो अक्सर हमारे जागरूक निर्णयों को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके बचपन में पैसा हमेशा तंगी का विषय रहा है, तो हो सकता है कि आप अवचेतन रूप से धन के संचय के बजाय उसे खर्च करने की आदत रखते हों। इसी प्रकार, यदि आपको “अमीर लोग लालची होते हैं” जैसे नकारात्मक वित्तीय विश्वास हैं, तो आप अवचेतन रूप से धन प्राप्त करने से बचते होंगे।

पने अवचेतन मन को पुनर्प्रोग्रामित करना (Apne Avchetan Mann ko Punarprogramit karna):

अच्छी खबर यह है कि आप अपने अवचेतन मन को पुनर्प्रोग्रामित कर सकते हैं और सकारात्मक वित्तीय आदतों को जन्म दे सकते हैं। यहाँ कुछ तकनीकें हैं जिनका उपयोग आप कर सकते हैं:

  •   – Positive Affirmations): अपने आप से सकारात्मक वित्तीय बातें कहें, जैसे “मैं अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम हूं” या “मैं धन के प्रति आकर्षक हूं।” इन्हें बार-बार दोहराने से आपका अवचेतन मन इन विचारों को स्वीकार करना शुरू कर देगा।
  • दृश्यता (Drishyatva – Visualization): अपने आप को अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए देखें। अपने सपनों के घर में रहने, अपनी यात्राओं पर जाने या सेवानिवृत्ति के बाद आराम से रहने की कल्पना करें। जितना ज्वलंत आप कल्पना करेंगे, उतना ही आपका अवचेतन मन उसे प्राप्त करने के लिए प्रेरित होगा।
  • आभारिता (Aabharita – Gratitude): अपने पास जो कुछ भी है उसके लिए आभारी रहें। धन के प्रति कृतज्ञता का भाव रखने से आप धन के प्रति सकारात्मक संबंध विकसित कर सकते हैं और अधिक धन को आकर्षित करने के लिए अवचेतन मन को प्रेरित कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Nishकर्ष – Conclusion):

अपने अवचेतन मन को पुनर्प्रोग्रामित करना रातोंरात होने वाली प्रक्रिया नहीं है। इसमें निरंतर प्रयास और धैर्य की आवश्यकता होती है। लेकिन इन तकनीकों का उपयोग करके, आप अपने वित्तीय विश्वासों को बदल सकते हैं, सकारात्मक वित्तीय आदतों को जन्म दे सकते हैं और वित्तीय सुरक्षा की राह पर चल सकते हैं। भय को त्यागें और आजादी की ओर कदम बढ़ाएं!

Also Read this 

अवचेतन मन: आर्थिक सफलता का छिपा हुआ वास्तुकार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *